बाडमेर सीमावर्ती बाडमेर जिले का जीया बिना शादी के 55 सुहागरात मना चुका हैं,वो भी जमाई बनकर।शायद आपको आश्चर्य हो रहा हो मगर यह हकीकत हैं।बाडमेर जिले के सिणधरी थाना क्षैत्र के निम्बलकोट गांव का निवासी 40 साल का जीया राम पूरे क्षैत्र में जमाई राजा चोर के नाम से कुख्यात हैं।यह ऐसा चोर हैं जों रात के अंधेरे में ग्रामीण अंचलों की ढाणियों में जमाई बन कर पहुॅचता।रात में कथित पत्नी के साथ सुहागरात मना कर उसी घर में चोरी कर अल सुबह भाग जाता।सिणधरी थाना सहित जिले के विभिन्न थानों में जीया के खिलाफ 18 मुकदमें दर्ज हैं।हाल ही में पुलिस के हत्थे चे जीया राम ने बताया कि मेने पहल वारदात 19 साल की उम्र में की थी।ग्रामीण क्षैत्रों में बाल विवाह का प्रचलन हैं,बाल विवाह के बाद गौणा होने तक लडकी पीहर ही रहती हैं।जीया ऐसे घरों का पता करता था जिन घरों में गोणा होना होता था।जीया ऐसी ढाणियों में रात्री नो दस बजे जमाई बन कर पहुॅच जाताएचुॅकि ढाणियों में आज भी बिजली नही हैं,ऐसे मेंजमाई राजा की घर वाले खातिर दारी जमक र करते तथा लडकी को सुहागरात के लिऐं जमाई के पास भेज देते।जीया नें बताया ि कवह सावधानी रख कर ऐसे घरो का चयन करता जहॉ जमाई को भाक्ल से कोई ना जानता हो।ग्रामीण अंचलों में आज भी जमाई से घर की महिलाऐं नही बोलती।जीया ने बताया कि सुहागरात मनानें कें बाद घर में ही छोटी मोटी चोरी कर अल सुबह भाग जातां।लोक लाज के चलतें लडकी के घर वाले जीया के खिलाफ देडछाड तथा चोरी का मुकदमा दर्ज करा इति श्री कर लेते।जीया के खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं।जीया नें बताया ि कवह कभी पुलिस द्घारा नहीं पकडा गया अलबता ग्रामीणों ने कई बार उसकी धुनाई की हैं।जीया अब चालीस पार हैं।घर में अपनी मॉ के साथ अकेला रहता हैं।जीया को अब अपने किऐ पर पछतावा हो रहा हैंजीया ने बताया कि उसने 55 वारदातों को अंजाम दिया।55 युवतियों के साथ सुहागरात मनाई।सिणधरी थानाधिकारी ने बताया कि जीया पूरे जिले में जमाई राजा चोर के नाम से कुख्यात था।ग्रामीण लोक लाज के कारण जीया के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने की बजाऐ छेडछाड तथा चोरी के मामले अर्ज कराते एउसके खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं।total state
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प्रिय साथियों, पिछले दो वर्षों से आपके अमूल्य सहयोग के द्वारा आपकी टोटल स्टेट दिन प्रतिदिन प्रगति की ओर अग्रसर है ये सब कुछ जो हुआ है आपकी बदौलत ही संभव हो सका है हम आशा करते हैं कि आपका ये प्रेम व उर्जा हमें लगातार उत्साहित करते रहेंगे पिछलेे नवंबर अंक में आपके द्वारा भेजे गये पत्रों ने हमें और अच्छा लिखने के लिए प्रेरित किया व हमें हौसलां दिया इस बार दिसंबर अंक पर बहुत ही बढिय़ा लेख व आलेखों के साथ हम प्रस्तुत कर रहें हैं अपना अगला दिसंबर अंक आशा करते हैं कि आपको पसंद आएगा. इसी विश्वास के साथ
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राजकमल कटारिया
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Sunday, 21 November 2010
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