आपका टोटल स्टेट

प्रिय साथियों, पिछले दो वर्षों से आपके अमूल्य सहयोग के द्वारा आपकी टोटल स्टेट दिन प्रतिदिन प्रगति की ओर अग्रसर है ये सब कुछ जो हुआ है आपकी बदौलत ही संभव हो सका है हम आशा करते हैं कि आपका ये प्रेम व उर्जा हमें लगातार उत्साहित करते रहेंगे पिछलेे नवंबर अंक में आपके द्वारा भेजे गये पत्रों ने हमें और अच्छा लिखने के लिए प्रेरित किया व हमें हौसलां दिया इस बार दिसंबर अंक पर बहुत ही बढिय़ा लेख व आलेखों के साथ हम प्रस्तुत कर रहें हैं अपना अगला दिसंबर अंक आशा करते हैं कि आपको पसंद आएगा. इसी विश्वास के साथ

आपका

राजकमल कटारिया

Raj Kamal Kataria

Raj Kamal Kataria
Editor Total State

Search

Sunday, 21 November 2010

मनोरंजन व संदेश से भरपूर है फिल्म एक नूर

अमरजीत रतन

चंडीगढ़. श्री कामधेनु मेडीटेक फिल्म्स प्राइवेट लि. की नई फिल्म एक नूर के बारे में यहां पहली बार खुलासा किया गया. यह फिल्म नेत्रदान व देहदान के बारे में सामाजिक संदेश व मनोरंजन से भरपूर है. फिल्म के निर्देशक मुकेश गौतम ने कश्मीर में आतंकवाद की शिकार हुई एक अनाथ बच्ची की पीड़ा के बारे में पत्रकारों के साथ चर्चा की. फिल्म की कहानी आम पंजाबी फिल्मों से हटकर है. इसमें पहली बार कैमरे के सामने आ रही बाल कलाकार रीया संधु ने बड़ी सहजता के साथ एक अनाथ व नेत्रहीन बच्ची की भूमिका निभाई है. यह फिल्म जल्द ही भारत व अंतर्राष्ट्रीय फिल्म बाजार में प्रदर्शन के लिए जारी की जाएगी.

पीटीसी न्यूज व पीटीसी पंजाबी चैनलों के मालिकाना हक वाली जी-नेक्स्ट मीडिया प्रा. लि. के वाइस प्रेसीडेंट(स्पेशल प्रोजेक्ट्स) मुकेश गौतम ने बताया, मैं उद्देश्यपूर्ण सिनेमा में यकीन रखता हूं. मेरे हिसाब से यह फिल्म तभी संपूर्ण कही जा सकती है, जब वह मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक महत्व के किसी संदेश को भी साथ लेकर चल सके. इस समय बड़े सितारों वाली व एक्शन वाली फिल्में बन रही हैं, पर इनकी कहानी में हमें कोई न कोई कमी महसूस होती है. एक नूर बनाने के बादे में सोचते समय हमने इस बात को ध्यान में रखा कि लोग इस कहानी के साथ जुड़े हुए महसूस करें और यह समझें कि यह घटना स्वयं उनके साथ घटित हो रही है.

फिल्म के निर्माता डॉ. रणजीत के चंद्रा ने बताया, हमने इस कहानी को बेहद स्वाभाविक व विश्वासपूर्ण अंदाज में पेश किया है. इस फिल्म को देखकर लोगों को अंगदान करने की प्रेरणा मिलेगी. एक नूर में आप देखेंगे कि एक बेसहारा बच्ची की किस्मत किस प्रकार बदलती है, जब उसे एक नौजवान युगल गोद ले लेता है और उसकी आंखों की रोशनी वापस लाने की पहल करता है. मुझे विश्वास है कि दर्शक फिल्म को पसंद करेंगे.

एक नूर फिल्म में अंगदान जैसे महान कार्य का संदेश उजागर होता है और इसमें दर्शकों को मरने के बाद जीवन के बारे में सोचने का मौका दिया गया है. अपना कोई अंग किसी को दान करके उस व्यक्ति के जरिए अपने जीवन को जारी रखने की सोच ही बेहद खुशी और संतुष्टि प्रदान करने वाली है. यह एक अपंग अनाथ बच्ची राबीया की कहानी है, जिसे एक नौजवान जोड़ा गोद ले लेता है और उसकी खुशियां वापस लाने की कोशिश करता है. गोद लेने वाली महिला को जब यह पता चलता है कि वह जल्दी ही मर जाएगी तो वह राबिया को अपनी आंखें दान करने का फैसला करती है. फिल्म की कहानी कश्मीर से शुरू होती है, जहां राबिया का परिवार आतंकवाद की चपेट में आ जाता है.

इस फिल्म के मुख्य कलाकार सुधांशू पांडे कई प्रसिद्ध फिल्मों में काम कर चुके हैं, जो बेहद सफल रही हैं-सिंह इज किंग, प्रियंका चोपड़ा के साथ यकीन व जैकी चेन और मल्लिका शेरावत वाली फिल्म मिथ में भी. वे बैंड ऑफ बॉयज के मुख्य गायक भी थे. फिल्क की मुख्य अदाकारा सुदीपा सिंह एक मशहूर मॉडल हैं. वे जल्दी ही अक्षय कुमार व ऐश्वर्या राय अभिनीत विपुल शाह की आने वाली फिल्म एक्शन रिप्ले में महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगी. टीवी व फिल्म के एक और अभिनेता राजेंद्र गुप्ता ने बालिका वधू में अच्छी भूमिका निभाई थी और उससे पहले वे डीडी वन के नाटक चंद्रकांता में शनि बने थे. यम्मी गौतम टेलीविजन की एक मशहूर अभिनेत्री हैं. वे कलर्स चैनल पर यह प्यार न होगा कम नामक नाटक में लहर बनी हैं.

एक नूर की बाल कलाकार रीया संधू यादविंद्रा पब्लिक स्कूल की छात्रा है. सुरीली गौतम को सोनी के मीत मिला दे रब्बा में अंतिम बार देखा गया था. एक नूर में वह फिर एक चुनौती भरे किरदार में नजर आएंगी. फिल्म में हास्य की फुहार लाने के लिए भारती सिंह उर्फ लल्ली भी है. मशहूर पंजाबी फिल्म अभिनेता राणा रणबीर मुख्य भूमिका में हैं. उनके अलावा इस में सदाबहार अभिनेता कमल तिवारी भी नजर आएंगे, जिन्हें दर्शक पहले ओमकारा व जब वी मेट में देख चुके हैं. टीवी व थिएटर की नीता महिंद्रा व डाली आहलूवालिया तिवारी भी इस फिल्म में हैं. एक्टिंग के अलावा उन्होंने इस फिल्म के कलाकारों की पोशाकें भी डिजाइन की हैं, चंडीगढ़ की पूर्व मेयर हरजिंद्र कौर ने भी इस फिल्म में रोल किया है.

डायरेक्टर मुकेश गौतम पंजाब के एक मशहूर फिल्मकार हैं. उन्होंने डॉ. एमएस रंधावा, सूफी संत वारिस शाह, बाबा बुल्ले शाह व सदाबहार गायिका स्व. सुरेंद्र कौर आदि पर सूफियाना फिल्में बनाई हैं, जिन्हें कई अवार्ड मिल चुके हैं. इससे पूर्व उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या के बारे में अखियां उड़ीक दियां नामक महत्वपूर्ण फिल्म का निर्देशन किया था. एक नूर की फोटोग्राफी का निर्देशन किया है नज़ीम खान ने, जिन्हें गदर और जो जीता वही सिकंदर जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है. स्क्रीन प्ले व डायलॉग लिखे हैं अनुराग सिंह ने. फिल्म में संगीत अतुल शर्मा ने दिया है और इसमें कई मशहूर गायकों ने गीत गाए हैं, जिनमें शामिल हैं जसपिंद्र नरूला, शान, सुनिधि चौहान, कृष्णा व हर्षदीप. इसमें सेंट स्टीफेंस, चंडीगढ़ के विद्यार्थियों ने भी गीत गाया है. फिल्म के गीत लिखे हैं डॉ. तेजिंद्र कौर, एस. राकेश, अतुल शर्मा व बलविंद्र ने. बबलू शेषाद्रि ने फिल्म का संपादन किया है.total state

No comments:

Post a Comment